न्यूज़ स्टैंड18 नेटवर्क
नई दिल्ली। आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिराग पासवान ने कहा कि, मुझे इस बात का दुख है कि जब मैं बीमार था, उस समय मेरे पीठ पीछे जिस तरह से ये पूरा षड्यंत्र रचा गया। मैंने चुनाव के बाद अपने चाचा से संपर्क करने और उनसे बात करने का निरंतर प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि, बिहार चुनाव के दौरान और उससे पहले भी उसके बाद भी कुछ लोगों द्वारा और खास तौर पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) द्वारा हमारी पार्टी को तोड़ने का प्रयास निरंतर किया जा रहा था।
चाचा पर आरोप लगाते हुए चिराग पासवान ने कहा कि, मेरी पार्टी पूरे समर्थन के साथ मैने चुनाव लड़ी। कुछ लोग संघर्ष के रास्ते पर चलने के लिए तैयार नहीं थे। मेरे चाचा ने खुद चुनाव प्रचार में कोई भूमिका नहीं निभाई। मेरी पार्टी के कई और सांसद अपने व्यक्तिगत चुनाव में व्यस्त थे।
उन्होंने यह भी कहा कि, कुछ जगह ख़बर चल रही है कि मुझे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाया जा चुका है। लोक जनशक्ति पार्टी का संविधान कहता है कि पार्टी अध्यक्ष का पद सिर्फ दो परिस्थितियों में खाली हो सकता है या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष का निधन हो या राष्ट्रीय अध्यक्ष इस्तीफा दें।