
प्रतिनिधी:मिलन शाह
मुंबई,MSRTC कर्मचारीयौ के वकील गुणरत्न सदावर्ते को 14 दिन की न्यायिक हिरास्त मे भेजा गया।पिछले 5 महिनो से अधिक MSRTC कर्मचारियो की मांगो को लेकर हुयी हडताल का नेतृत्व कर रहे थे। आखीर प्रशासन से लढाई लढते लढते यह मामला कोर्ट तक पहूंचा और उसके बाद कोर्ट का फैसला आया और कर्मचारियो को 22 एप्रिल से काम पर आने का आदेश कोर्ट ने दिया। फैसले के बाद कर्मचारियो के वकील और कर्मचारियो ने गुलाल उडाकर खुशी मनाई थी। उसके बाद 100 से अधिक कर्मचारी राष्ट्रवादी कंग्रेस के नेता शरद पवार के घर नारे बाजी करते हुये अचानक हमला किया और चप्पल और पथराव भी किया। इन कर्मचारियो को वकील सदा वर्ते ने भडकाऊ भाषण कर इस हमले के लिये उकसाया इस आरोप मे उनके खिलाफ मुंबई पुलीस ने केस किया है और उसमे इनकी गिरफतारी हुयी है। कर्मचारियो के लिये लढने वाले वकील खुद गिरफतार होने से और करीब 115 लोगो को ओस मामले मे गिरफतार करने के बाद कर्मचारियो की मुल लढाई अब किनारे होगयी है।साथ ही उनकी लढाई लढने वाले नेता खुद पुलीस हिरास्त मे होने से उनका आंदोलन असफल हुआ है। सिर्फ एक व्यक्ती के इगो के चलते कर्मचारियो का बडा नुकसान हुआ है।
⭕️एसटी कर्मचाऱ्यांचे वकील गुणरत्न सदावर्ते यांना १४ दिवसांची न्यायालयीन कोठडी सुनावण्यात आली आहे. गुणरत्न सदावर्ते यांना १३ एप्रिलपर्यंत पोलीस कोठडी देण्यात आली होती.