न्यूज़ स्टैंड18 डेस्क
मुंबई। भारतीय किसान यूनियन के नेता राजेश टिकैत ने बताया है कि, किसान 26 जून को देशभर के सभी राजभवन का घेराव कर ज्ञापन देंगे। उन्होंने यह जानकारी ट्विटर के माध्यम से है।
कृषि कानूनों के विरोध में देशभर के सभी राजभवन का घेराव कर ज्ञापन देंगे किसान।
26 जून यह वही तारीख है जब 1975 मे इसी दिन तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन देश में आपातकाल की घोषणा की थी। इसे अपातकाल दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे किसान आंदोलन का 200 से ज्यादा दिन बीत गए हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं निकला। इस बीच सरकार और किसानों के मध्य कई बैठकें हो चुकी हैं। आज भी बड़ी संख्या में दिल्ली – गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर किसान डेरा डाले बैठे हैं। सत्ताधारी पार्टी भाजपा के खिलाफ प्रचार करने किसानों का एक दल राकेश टिकैत के नेतृत्व में चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल भी गया था। परिणाम सभी के सामने है।
एक दूसरे बयान मे चेतावनी देते हुए राकेश टिकैत ने कहा है कि, कृषि कानून वापस कर समर्थन मूल्य को कानून बनाए सरकार अन्यथा बारिश के बाद यूपी उत्तराखंड मिशन आंदोलन के लिए लॉन्च करेंगे । ज्ञात हो कि अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव है। बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के किसान भारतीय किसान यूनियन साथ आंदोलन में शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में किसान भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।