प्रतिनिधी:मिलन शाह
ज्येष्ठ समाज सेविका और अनाथो की माँ के लकब से देश और दुनिया मे प्रसिद्ध सिंधू ताई सकपाल ने 73 वे वर्ष की आयु मे दुनिया को किया रुखसत।इस खबर के फैलते ही सामाजिक,राजनैतिक, हलको मे शोक की लहर फैल गयी।750 से अधिक पुरस्कारो से सन्मानित हुयी। भारत सरकार ने पदमभूषण पुरस्कार से पुरस्कृत किया था। 14 नवंबर 1947 को महाराष्ट्र के वर्धा मे जन्मी थी।पुरी उम्र भर अनाथ बच्चो के लीयेप्रतिकूल परिस्थिती मे संघर्ष करते हुये संस्था बनाकर आश्रम बनाया। और सेकडो अनाथ बच्चो को नया जीवन प्रदान किया था। उनके प्रति सभी स्तर के लोगो मे सन्मान की भावनाहै। 2018 मे नारी शक्ती पुरस्कार भारत सरकार ने प्रदान कर सच्ची नारी शक्ती का सन्मान किया था।सिर्फ 4थी कक्षा तक पढाई की थी। पर सामाजिक ज्ञान और समज के बल पर लाखो करोडो के दिल बंपर उनहोने राज किया। और हजारो अनाथो की माई ने आज दुनिया को अलविदा कहा। कल बुधवार दिनांक 5जनवरी को सुबह 8 बजे उनका अंतिम संस्कार पुणे मे होगा।